वेताल पच्चीसी :- सातवा व्रतांत ( किसका काम बड़ा हुआ ? )
मिथलावती नाम की एक नगरी थी। उसमें गुणधिप नाम का राजा राज्य करता था। उसकी सेवा करने के लिए दूर देश से एक राजकुमार आया। वह बराबर कोशिश ...
मिथलावती नाम की एक नगरी थी। उसमें गुणधिप नाम का राजा राज्य करता था। उसकी सेवा करने के लिए दूर देश से एक राजकुमार आया। वह बराबर कोशिश ...
धर्मपुर नाम की एक नगरी थी। उसमें धर्मशील नाम का राजा राज्य करता था। उसके यहां अंधक नाम का दीवान था। एक दिन दीवान ने कहा, ‘महाराज, एक म...
उज्जैन में महाबल नाम का एक राजा रहता था। उसने यहां हरिदास नाम का एक दूत था। उसके घर महादेवी नाम की बड़ी सुंदर कन्या थी। जब वह विवाह योग...
भोगवती नाम की एक नगरी थी। उसमें राजा रूपसेन राज्य करता था। उसके पास चिंतामणि नाम का एक तोता था। एक दिन राजा ने उससे पूछा, ‘हमारा ब्याह ...
वर्धमान नगर में रूपसेन नाम का राजा राज्य करता था। एक दिन उसके यहां वीरवर नाम का एक राजपूत नौकरी के लिए आया। राजा ने उससे पूछा कि उस...
यमुना के किनारे धर्मस्थान नामक एक नगर था। उस नगर में गणाधिप नाम का राजा राज्य करता था। उसी में केशव नाम का एक ब्राह्मण भी रहता था। ब्र...
काशी में प्रतापमुकुट नाम का राजा राज्य करता था। उनका वज्रमुकुट नाम का एक लड़का था। एक दिन राजकुमार दीवा...
आप लोगो ने बहुत सी वेताल पच्चीसी पड़ी होंगी । पर में आज आप को बताना चाहता हु की ये कहानियां सुरु कहा से ओर किसने की । उसके बाद एक एक...
वेसे तो वेताल की पच्चीस कहानिया मशुर है पर बहुत ही कहानिया इसी नाम से प्रसिद्ध हूई । उन्ही में से एक बनारस में देवस्वामी नाम का एक ब्र...
उज्जैन नगरी में महासेन नाम का राजा राज्य करता था। उसके राज्य में वासुदेव शर्मा नाम का एक ब्राह्मण रहता था, जिसके ग...
The Story of Two Swans ;- दो हंसों की कहानी मानसरोवर, आज जो चीन में स्थित है, कभी ठमानस-सरोवर' के नाम से विश्वविख्यात था और उसमें रह...
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