कौवों और उल्लुओं की शत्रुता की कथा (The story of hostility of ravens and owls) जातक कथा
कौवों और उल्लुओं की शत्रुता बड़ी पुरानी है। मगर कितनी पुरानी और क्यों है इसका विचार कम ही लोगों ने किया अथवा करना चाहा। बौद्ध परम्...
कौवों और उल्लुओं की शत्रुता बड़ी पुरानी है। मगर कितनी पुरानी और क्यों है इसका विचार कम ही लोगों ने किया अथवा करना चाहा। बौद्ध परम्...
श्राद्ध-भोज के लिए किसी ब्राह्मण ने एक बार एक बकरे की बलि चढ़ाने की तैयारी आरंभ की। उसके शिष्य बकरे को नदी में स्नान कराने ले गये। ...
किसी नदी के तट पर एक वन था। उस वन में एक बंदर निवास करता था, जो वन के फल आदि खा कर अपना निर्वाह करता था। नदी में एक टापू भी था और टा...
अपने सैकड़ों रिश्तेदारों के साथ किसी वन में एक मुर्गा रहता था। अन्य मुर्गों से वह कहीं ज्यादा बड़ा और हृष्ट-पुष्ट भी था। उसी वन में एक...
कुलीन वंश में पैदा हो कर एक बार एक पंडित संसार से वितृष्ण हो संन्यासी का जीवन-यापन करने लगा। उसके आध्यात्मिक विकास और संवाद...
प्राचीन भारत में कई बार लोग पक्षियों के आवागमन के लिए घर के आस-पास दानों से भर कर टोकरियाँ लटका रखते थे। राजा के कोषाध्यक्ष के रसोइ...
हिमालय पर्वत की किसी कंदरा में कभी रोमक नाम का एक कबूतर रहता था। शीलवान्, गुणवान् और अतिमान वह सैकडों कबूतरों का राजा भी था। उस पहा...
एक वन में एक हिरण रहता था जो हिरणों के गुर और कलाबाजियों में अत्यंत पटु था। एक दिन उसकी बहन अपने एक नन्हे हिरण खरदीय को लेकर उसके पा...
दुष्ट वानर की कथा (Rogue Monkey) वाराणसी के निकट कभी एक शीलवान गृहस्थ रहता था, जिसके घर के सामने का मार्ग वाराणसी को जाता था। उस म...
वाराणसी नरेश के राज-बगीचे में कभी एक माली रहता था। वह दयावान् था और उसने बगीचे में बंदरों को भी शरण दे रखी थी। बंदर उसके कृपापात्र औ...
गंगा नदी से सटा एक पोखरा था, जिसके प्राणी इच्छानुसार नदी का भ्रमण कर वापिस भी आ जाते थे। जलचर आदि अनेक प्राणियों को दुर्भिक्ष-काल...
दो बैलों की कथा झूरी क पास दो बैल थे- हीरा और मोती। देखने में सुंदर, काम में चौकस, डील में ऊंचे। बहुत दिनों साथ रहते-रहते दोनों मे...
The Story of Two Swans ;- दो हंसों की कहानी मानसरोवर, आज जो चीन में स्थित है, कभी ठमानस-सरोवर' के नाम से विश्वविख्यात था और उसमें रह...
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