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    (भाग -1) कुछ महत्वपूर्ण आध्यात्मिक विचार जिसे अपने जीवन मे अपनाने की कोशिश करे ( Some important spiritual thoughts that you should try to adopt in your life) :-

       
       आध्यात्मिक विचार –(Spiritual thoughts)

    बहुत छोटे - छोटे लेकिन आपकी जिंदगी बदल ने में बहुत कारगर  जरूर पड़े ----

    1. जो बोलता नहीं केवल सुनता है वह भगवान, जो कम बोलता है वह संत और जो सोच समझकर बोलता है वह इंसान और जो बोलता ही रहता है राक्षस। भगवान आपके और हमारे बारे में सोचते है संत धर्म और समाज के बारे में सोचते है, इंसान सहयोग करने की सोचता है राक्षस खुद को सुखी और दूसरे को दुखी करने की सोचता है भगवान उपदेश देते है, संत वात्सल्य देते है, इंसान सहयोग करता है और राक्षस दुसरो की चीजों पर कब्ज़ा जमाता है 
    2. मनुष्य दिन व्यर्थ के कार्यो में एवं व्यर्थ चर्चा में बिताते है । और रात्रि सोने अथवा प्रसंग में बिताते जिसके कारण उनके भाग्य एवं बुद्धि दोनों मंद होते जा रहे है- श्री नारद जी (श्री मद भागवत) 
    3. संसार के कार्यो में श्रम करना पुरुषार्थ नहीं है । भगवत प्राप्ति के लिए प्रयत्न करना ही पुरुषार्थ है । 
    4. जिस घर में एक परमात्मा प्राप्त व्यक्ति अर्थात संत पैदा हो जाता है उसकी २१ पीढ़ियां तर जाती है ये भगवान श्री कृष्ण का वचन है 
    5. जो हो रहा है ईश्वर की मर्जी से हो रहा है, अच्छा हो रहा है । हर व्यक्ति की ऐसी ही सोच हो तो दुनिया में दुख और पीड़ा गायब हो जाएगी । व्यक्ति सुखी और संतुष्ट महसूस करता है । यह सकारात्मक सोच व्यक्ति की दशा और दिशा बदल देती है और इसी सोच को सकारात्मक सोच कहते है । सकारात्मक सोच दुख में सुख का अनुभव करवा देती है । इससे मैत्री, करुणा, प्रेम, दया, वात्सल्य भाव जीवन में अवतरित होने लगते है । 
    6. प्रश्न चाहे कितने ही जटिल क्यों न हो हम स्वयं अपने प्रश्नो के उत्तर है । प्रश्न यदि खंड है तो उत्तर अखंड है और इसी भावना के साथ हमें जीवन में आने वाले हर प्रश्नो पर फतह पानी है । 
    7. घाव पर कपड़ा भी छुरी बनकर लगता है । दुखे हुए अंग को हवा भी दुख देती है । भली स्त्री से घर की रक्षा होती है । 
    8. संसार मन से भिन्न नहीं है मन हृदय से भिन्न नहीं है । अतः समस्त कथा हृदय में ही समाप्त हो जाती है । 
    9. जो शांत है स्वयं में प्रसन्न है जिसने संसार की वस्तुओं के लिए दौड़ना छोड़ दिया । जिसके व्यवहार में बनावट न हो जिसका विषय सिर्फ परमात्मा एवं आनन्द बाटना हो । ये सद्गुरू के कुछ लक्षण है । बुद्धिमान वे है जो सद्गुरू को अपने जीवन का सारथी बनाते है । 
    10. हर कार्य और हर विचार को ईश्वर की इच्छा समझ कर करना चाहिए । जल्दी ही ईश्वर आप में बस जाएंगे । 
    11. रजो तमो गुणी व्यक्ति परम आनंद एवं परमात्मा अथवा संसार (या किसी की व्यक्तिगत समस्या का लेश मात्र भी निदान नहीं कर सकते ) की कोई बात किसी को न समझाएं पहले संत शरण जाकर स्वयं को त्रिगुणातीत बनाएं । तभी जीवन को समझने-समझाने की क्षमता आप में आएगी । 
    12. जिस प्रकार एक मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, उसी प्रकार व्यक्ति आध्यात्मिक जीवन के बिना अधूरा है। – गौतम बुद्ध 
    13. भगवान के दरवार में सभी कर्मों का लेखा-जोखा रहता है।  – गुरु नानक 
    14. आपका कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, और सत्य ही भक्ति है। – अज्ञात 
    15. मैंने सब कुछ देखने के लिए अपनी आँखें बंद कर लीं। – पॉल गौगुइन 
    16. प्रकृति हमारी खूबसूरती, बौद्धिक, संज्ञानात्मक और यहां तक कि आध्यात्मिक संतुष्टि की कुंजी रखती है। – ई.ओ.  विल्सन 
    17. सत्संग एक महान महिमा है – वह दुखो को हरता है , पापों को काटता है और जीवन को सुधारता है। –  अज्ञात 
    18. खूबसूरती दिल और जमीर में होनी चाहिए, लोग बेवजह उसे शक्ल और कपड़ों में टटोलते हैं। –  अज्ञात 
    19. परिपक्वता (Maturity) गरिमा की सीमा के भीतर अपनी भावनाओं को सोचने, बोलने और कार्य करने की क्षमता है। आपकी परिपक्वता का माप यह है कि आप अपनी कुंठाओं के बीच कितने आध्यात्मिक हो जाते हैं। – सैमुअल उलेमान 
    20. दुनिया में जो कुछ भी था, मेरा गुरु था। – रमना महर्षि 
    21. सज्जनों की संगति में आने पर कुछ समय पश्चात ही दुर्जनों में भी सज्जनता आ ही जाती है। – क्षेत्रचूड़ामणि 
    22. अध्यात्मक विचारों के आभाव में व्यक्ति गुमराह हो जाता है। – अज्ञात – Spiritual Quotes 
    23. ईश्वर का नाम सभी लेते है, परन्तु ईश्वर का नाम लेने भर से   ईश्वर को पाया नहीं जा सकता।  –  अज्ञात – Spiritual Quotes 
    24. एक बात पानी से सीखी जा सकती है ; छोटी छोटी नदियाँ शोर मचाती हैं परन्तु महासागर शांत रहता है। – गौतम बुद्ध 
    25. जो वेद और शास्त्र के ग्रंथों को याद कर लेता है  किंतु उनके यथार्थ तत्व को नहीं समझता, उसका वह याद रखना व्यर्थ है। – महर्षि वेदव्यास 
    26. जो बाहर की सुनता है बिखर जाता है, जो अपने अंदर की सुनता है सवर जाता है, और आध्यात्मिकता अंदर से आती है। –  अज्ञात 
    27. सुंदर स्त्री हीरा है, लेकिन नेक स्त्री हीरों का खजाना है। – सादी 
    28. लोग कहते की पैसा रखो, बुरे वक्त में काम आएगा। मैं कहता हूँ की ईश्वर पर विश्वाश रखो, बुरा वक्त कभी नहीं आएगा। – अज्ञात 
    29. मैं यह कभी नहीं देखता कि क्या किया गया है; मैं केवल देखता हूं कि क्या किया जाना बाकी है। – गौतम बुद्ध 
    30. दोस्ती हमेशा मेरी आध्यात्मिक यात्रा के मूल में रही है। – हेनरी नोवेन 
    31. इंसान बुरा तब बनता है जब वो खुद  को दूसरों से ज्यादा अच्छा मानने लग जाता है। – अज्ञात 
    32. जिस दिन हमारा मन परमात्मा को याद करने, और उसमे दिलचस्पी लेना शुरू कर देता है उसी दिन से हमारी परेशानियाँ भी हम में दिलचस्पी लेना बंद कर देती हैं। – गुरु रामदास 
    33. शास्त्र अनुसार निंदा सुनाने वाला भी उतना ही दोषी है, जितना की निंदा करने वाला। –  अज्ञात – Spiritual Quotes 
    34. तुम जिस चीज़ के भागते हो उसी को खो देते हो। – गौतम बुद्ध 
    35. आध्यात्मिकता का मतलब यह नहीं की आप आँखें बंद करके बैठे रहें, बल्कि सत्कर्म करना ही आध्यात्मिकता है। –  अज्ञात – Spiritual Quotes 
    36. आपके विचार ही हर चीज का प्राथमिक कारण हैं। रोंडा बर्न  
    37. चाहें कितनी भी विपत्ति आये पर सज्जन व्यक्ति अपनी सज्जनता नहीं छोड़ते, इसी सज्जनता से समूचे विश्व का कल्याण होता है। – Spiritual Quotes 
    38. याद रखें ; महान प्रेम और महान उपलब्धियों में महान जोखिम भी उठाने पड़ते हैं। – दलाई लामा 
    39. प्रेम मन को नियंत्रित करने का सबसे संतोषजनक तरीका है…। भक्ति हमें एकांगी बनाती है जब यह हमारी सहज प्रेम की भावना को जागृत करती है। – राधानाथ स्वामी 
    40. भगवान हमें बनाकर खुद को पाता है। – रविंद्रनाथ टैगोर 
    41. खुद पर काबू पा लेना ही मनुष्य की सबसे बड़ी जीत होगी। Spiritual Quotes 
    42. गुरु, पिता व ज्येश्ठ भ्राता , जो धर्म पालन का ज्ञान देते हों वे सभी पिता सामान होते हैं। – रामायण 
    43. हमेशा आराम की चाहत में तुम आलसी हो जाते हो। हमेशा पूर्णता की चाहत में तुम क्रोधित हो जाते हो, हमेशा अमीर बनने की चाहत में तुम लालची हो जाते हो। – श्री श्री रविशंकर 
    44. बहुत से लोग भूखे हैं इसका मतलब यह नहीं कि भोजन की कमी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव के दिलों में प्यार और देखभाल की कमी है। – सध्गुरु 
    45. संसार को छोड़ने से परमात्मा नहीं मिलता परंतु परमात्मा के मिलने से दुनिया अपने आप छूट जाती है – Spiritual Quotes 
    46. केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं, प्रेम कर सकते हैं। – ओशो 
    47. कोई व्यक्ति चाहें कितनी भी चीज़े जान ले, चाहें वो इस संसार का ज्ञान जान ले। परन्तु यह स्वम् को नहीं जनता तो वह अज्ञानी है। – ओशो 
    48. पाप अँधेरे के समान है जो ज्ञान का उजाला होते ही दूर हो जाता है। – कालीदास 
    49. प्रेम मन को नियंत्रित करने का सबसे संतोषजनक तरीका है…। भक्ति हमें एकांगी बनाती है जब यह हमारी सहज प्रेम की भावना को जागृत करती है। – राधानाथ स्वामी 
    50. सच्चे गुरु की सेवा करते हुए स्थाई शांति प्राप्त होगी। जन्म और मृत्यु के कष्ट मिट जायेंगे। – गुरु गोविन्द सिंह 
    51. शांति ईश्वर की वेदी है, वह स्थिति जिसमें सुख मौजूद है।  – परमहंस योगानंद जी 
    52. अभीष्ट फल की प्राप्ति हो या न हो, विद्वान पुरुष उसके लिए शोक नहीं करता। – महर्षि वेदव्यास 
    53. आप देखेंगे की भगवान भी मेहनती लोगों की ही मदद करता है. यह नियम स्पष्ट है। – ए पी जे अब्दुल कलाम 
    54. क्रोध हमारा शत्रु हैं जो हमें मित्र जैसा लगता है परन्तु यह  हमारे जीवन का अंत करने में समर्थ्य है।  क्रोध एक तलवार की तेज़ धार की भांति है जो  हमारा सबकुछ नस्ट कर सकता हैं। – रामायण 
    55. सत्य को स्थापित होने के लिए तीन चरणों में गुजरना होता है – उपहास, विरोध और अंत में स्वीकृति।  – श्री आशुतोष महाराज जी 
    56. किसी भी मनुष्य के लिए दया , सद्भावना व मानवता महा पुण्यकारी गुण हैं। – रामायण 
    57. मेरा धर्म बहुत सरल है।  मेरा धर्म दयालुता है। – दलाई लामा 
    58. कुछ लोग बहुत कुछ कहकर भी प्रभावशाली छवि नहीं बना पाते। कुछ लोग चुप रखकर भी प्रभावशाली छवि बना लेते हैं।  – दलाई लामा 
    59. अध्यात्मक जीवन पूर्ण निस्वार्थता है। – शिवानंद महाराज 
    60. जब प्यार और नफरत दोनों चीज़ न हो तो हर चीज़ साफ़ और स्पष्ट हो जाती है। – ओशो 
    61. साधारण चीज़े ही असाधारण होती हैं केवल बुद्धिमान लोग ही इसे देख पाते हैं। – पोलो कोइला 
    62. कोई भी ऐसी समस्या जिसको सुलझाना  आपके सामर्थ से बाहर हैं, लेकिन ईश्वर के सामर्थ से नहीं।  भरोसा कीजिये। – Spiritual Quotes 
    63. हमारे विचार चीजें बन जाते हैं। – रोंडा बर्न 
    64. आँख से अच्छी तरह देख-भाल कर पैर धरे, कपडे़ से छान कर जल पिए, शास्त्रसम्मत बात कहे और मन को हमेशा पवित्र रखे। आप हमेशा सज्जनता से परिपूर्ण रहेंगे। – आचार्य चाणक्य 
    65. जिस प्रकार वृक्ष फल आने पर नीचे झुक जाता है उसी प्रकार सज्जत व्यक्ति धन और ज्ञान आने पर और विनम्र हो जाते हैं। – Spiritual Quotes 
    66. आप जो भी करें लेकिन होता वही है जो ईश्वर चाहते हैं। इसलिए आप वो करें जो ईश्वर चाहते हैं, फिर वही मिलेगा जो आप चाहते हैं। – Spiritual Quotes 
    67. हमारे विचार चीजें बन जाते हैं। – रोंडा बर्न 
    68. कुएं में उतरने वाली बाल्टी झुकती है तब ही पानी लेकर आती है।  जीवन में कुछ पाना है तो झुकना सीखिए। – अज्ञात 
    69. इस तरह न कमाओ की पाप हो जाये, इस तरह खर्च न करो की क़र्ज़ जो जाये। इस तरह न खाओ की मर्ज हो जाये।  इस तरह से न बोलो की झगड़ा हो जाये।  इस तरह न चलो की देर हो जाये और इस तरह  न सोचते रहो की चिंता हो जाये।  – अज्ञात 
    70. बुरा हमेशा वही बनता है जो अच्छा बनकर टूट जाता है। अच्छाई का सम्मान करों नहीं तो एक दिन वही अच्छाई आपके ऊपर बुराई का रूप बनकर टूट पड़ेगी। – स्वामी विवेकानंद

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